आज मासिक दुर्गाष्टमी है। यह पर्व हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन श्रद्धा भाव से मां दुर्गा की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही शुभ कार्यों में सिद्धि प्राप्ति हेतु व्रत भी रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य प्रताप से सकल मनोरथ सिद्ध होते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो आज मासिक दुर्गा अष्टमी तिथि पर रवि योग समेत कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इन योग में मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आइए, शुभ योग एवं मुहूर्त जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि दोपहर 11 बजकर 14 मिनट तक है। इसके पश्चात, नवमी तिथि शुरू हो जाएगी। ज्योतिषियों की मानें तो आज ‘रवि’ योग का निर्माण हो रहा है। साथ ही ‘बव’ और ‘बालव’ करण का भी संयोग बन रहा है। ज्योतिष इन योग को शुभ मानते हैं। इन योग में शुभ कार्य कर सकते हैं। साथ ही मां दुर्गा की पूजा करने से साधक को मनोवांधित फल की प्राप्ति होती है।
योग
आज मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी और नवमी तिथि पर ‘रवि’ योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण देर रात 10 बजकर 58 मिनट से होगा। वहीं, भगवान शिव आज मां गौरी के साथ रहेंगे। भगवान शिव 11 बजकर 14 मिनट के पश्चात मां गौरी के साथ रहेंगे। इस समय भगवान शिव का अभिषेक करने से साधक को विशेष कार्य में सफलता प्राप्त होती है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 07 बजकर 09 मिनट पर
सूर्यास्त – शाम 05 बजकर 28 मिनट पर
चन्द्रोदय- दोपहर 12 बजकर 46 मिनट पर
चंद्रास्त- देर रात 01 बजकर 20 मिनट पर
पंचांग
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 05 बजकर 19 मिनट से 06 बजकर 24 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से 02 बजकर 43 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 25 मिनट से 05 बजकर 53 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 46 मिनट तक
अशुभ समय
राहुकाल – दोपहर 12 बजकर 19 मिनट से 01 बजकर 36 मिनट तक
गुलिक काल – सुबह 11 बजकर 01 मिनट से 12 बजकर 19 मिनट तक
दिशा शूल – उत्तर
ताराबल
अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
चन्द्रबल
वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, मीन