श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या इन दिनों अपनी दिव्यता एवं भव्यता को प्राप्त कर रही है। श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले इसे दुल्हन की तरह सजाया और संवारा जा रहा है। पूरी नगरी को फूलों की मालाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। इसके लिए थाईलैंड व अर्जेंटीना से फूलों की खेप रामनगरी पहुंच चुकी है।
भव्य मंदिर के लोकार्पण और रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या को 2500 क्विंटल फूलों से संवारा जा रहा है। इसके लिए दिल्ली व कोलकाता के साथ थाईलैंड और अर्जेंटीना से मनमोहक विदेशी फूलों की खेप मंगाई गई है।
रंग-बिरंगे फूलों से सजाए जा रहे रास्ते
रामपथ, एयरपोर्ट से एनएच-27 व धर्मपथ होते हुए राम मंदिर के रास्ते रंग-बिरंगे फूलों से सजाए जा रहे हैं। राम मंदिर का नवनिर्मित भवन और प्रवेश द्वार अलग ही छटा बिखेर रहा है। इसी के साथ राम मंदिर पर हेलीकॉप्टर से गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा शुरू कर दी गई है।
साकेत फ्लावर डेकोरेटर के पिंटू मांझी ने बताया कि अब तक 40 ट्रकों से 2000 कुंतल से अधिक फूल यहां आ चुके हैं। इनमें दिल्ली और कोलकाता समेत कुछ अन्य राज्यों से गेंदा, गुलाब, कनेर, गुलदावरी व जास्मीन के फूलों के साथ अशोक की पत्तियों को मंगाया गया है। इसके अलावा थाईलैंड व अर्जेंटीना से लिलियन, इथोनियम, जालबेरा व कानेसन प्रजाति के विदेशी पुष्प मंगवाए गए हैं।
गुजरात के माली समाज ने भेजे सात राज्यों के 300 कुंतल फूल
गुजरात के माली समाज ने प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर साज-सज्जा के लिए सात राज्यों के 300 कुंतल फूल भेजे हैं। इन्हें लेकर अयोध्या पहुंचे बड़ोदरा के सुजल व्यास ने बताया कि इन फूलों से रामपथ, अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन, अंतरराज्यीय बस अड्डा, भक्तिपथ और हाइवे ब्रिज को सजाया जाएगा। इन्हीं फूलों से शनिवार से हेलीकाप्टर के माध्यम से राम मंदिर पर पुष्प वर्षा शुरू कर दी गई है। रविवार और प्राण प्रतिष्ठा के दिन भी मंदिर पर पुष्प बरसाए जाएंगे।