हमारे देश मे लगभग सभी को चाय पीने की आदत है. चाय एक तरह से भारतीयों की फेवरेट ड्रिंक के तौर पर भी पहचानी जाती है. अमूमन चाय की आदत ये है कि कई लोग दिनभर में कई कप चाय पी जाते हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि चाय सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक भी है. अत्यधिक मात्रा मे चाय पीना शरीर को गंभीर बिमारियों के चंगुल में डाल सकता है. हालांकि चाय की लत को अगर अचानक से छोड़ भी दिया जाए तो ये भी शरीर पर एक बुरा असर छोड़ती है.
इसके लाभों और उपयोगों को एफडीए (Food and Drug Administration) द्वारा भी अनुमोदित किया गया है, पोषण विशेषज्ञों के मुताबिक, “गिलोय का सेवन जूस, पाउडर या कैप्सूल के रूप में किया जा सकता है” बहुत से लोग गिलोय को पारंपरिक काढ़ों में भी शामिल करते हैं। गिलोय के कुछ स्वास्थ्य लाभ यहां दिए गए हैं जिन्हें आपको अवश्य जानना चाहिए.
यहां जानिए गिलोय के 9 फायदे
यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यह एंटीऑक्सिडेंट का एक पावरहाउस है जो फ्री-रेडिकल्स से लड़ता है, आपकी कोशिकाओं को स्वस्थ रखता है और बीमारियों से छुटकारा दिलाता है.
यह गिलोय विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद करता है, रक्त को शुद्ध करता है, बैक्टीरिया से लड़ता है जो बीमारियों का कारण बनता है और यकृत रोगों और मूत्र पथ के संक्रमण से भी लड़ता है.
ये पुराने बुखार का इलाज करता है। गिलोय बार-बार होने वाले बुखार से छुटकारा पाने में मदद करता है। चूंकि गिलोय प्रकृति में ज्वर रोधी है, इसलिए यह डेंगू, स्वाइन फ्लू और मलेरिया जैसी कई जानलेवा स्थितियों के लक्षणों और लक्षणों को भी कम कर सकता है.
गिलोय पाचन में सुधार और आंत्र संबंधी समस्याओं के इलाज में बहुत फायदेमंद है। सुझाव: आप आधा ग्राम गिलोय पाउडर को थोड़े से आंवले के साथ नियमित रूप से ले सकते हैं, या कब्ज के इलाज के लिए गुड़ के साथ ले सकते हैं.
गिलोय एक हाइपोग्लाइकेमिक एजेंट के रूप में कार्य करता है और मधुमेह के इलाज में मदद करता है। गिलोय का रस उच्च रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है.
ये तनाव और चिंता को कम करता है, बता दें कि गिलोय को एडाप्टोजेनिक जड़ी बूटी के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है? यह मानसिक तनाव के साथ-साथ चिंता को कम करने में मदद करता है.
यह विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद करता है, याददाश्त को बढ़ाता है, आपको शांत करता है और अन्य जड़ी-बूटियों के साथ मिलकर एक उत्कृष्ट स्वास्थ्य टॉनिक बनाता है.
गिलोय के सेवन से पुरुषों में स्पर्म काउंट को बढ़ाया जा सकता है. इसके सेवन से स्पर्म की गुणवत्ता में भी सुधार होता है. साथ ही यह स्पर्म की गतिशीलता को भी बेहतर कर सकता है.
गिलोय से फर्टिलिटी में सुधार किया जा सकता है. यह पुरुषों में हो रही कमजोर प्रजनन क्षमता को बेहतर कर सकता है.