लंबे समय के इंतजार के बाद बुधवार को उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों में बर्फबारी हुई। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री समेत हर्षिल, चकराता और टिहरी के सुरकंडा क्षेत्र में बर्फबारी होने से लोगों के चेहरे खिल उठे। चकराता और सुरकंडा में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है।
वहीं, अब एक फरवरी को भी बारिश-बर्फबारी होने की संभावना है। इसके अगले दिन यानी दो फरवरी को मौसम साफ रहेगा। इसके बाद तीन फरवरी की रात मौसम एक बार फिर करवट लेगा और चार-पांच फरवरी को बारिश-बर्फबारी की संभावना है।
बुधवार को मौसम ने करवट बदली और बदरीनाथ सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई। हालांकि अभी निचले इलाकों में बादल छाए हैं और लोगों को बारिश का इंतजार है।
केदारनाथ में दिनभर बर्फबारी होती रही, जिससे लगभग एक फीट बर्फ जम गई है। बीते चार माह में केदारनाथ में एक दिन में यह सबसे अधिक बर्फबारी है। वहीं, निचले इलाकों में देर शाम हल्की बारिश हुई।
गंगोत्री व यमुनोत्री धाम सहित ऊंचाई वाले इलाकों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। निचले इलाकों में रुक-रुककर बारिश के चलते तापमान में गिरावट आई है। जिसके चलते कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है।
हर्षिल घाटी में सीजन की तीसरी बर्फबारी से सेब बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं। यहां बर्फबारी नहीं होने से सेब के पेड़ों को पर्याप्त शीतमान यानी ठंडा वातावरण नहीं मिल पा रहा था। जिससे सेब उत्पादन प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही थी। हालांकि अब बर्फबारी के बाद यहां पर्यटकों की आमद भी बढ़ सकती है।
सिद्वपीठ सुरकंडा क्षेत्र में बुधवार शाम को मौसम की पहली बर्फ की फुहार गिरी। मौसम के करवट बदलने से सिद्धपीठ सुरकंडा मंदिर के आस-पास के इलाकों में बर्फ की हल्की फुहार गिरी।
चकराता में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सुबह सात बजे चकराता के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सीजन की पहली बर्फबारी शुरू हो गई जो दोपहर बाद तक रुक रुककर जारी रही।