रविवार के दिन भूलकर भी न करें ये कार्य

सनातन धर्म में रविवार का दिन भगवान सूर्य देव को समर्पित है। इस दिन भगवान सूर्य देव की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही अर्घ्य देना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से इंसान को जीवन में सुख और समृद्धि प्राप्त होती है। साथ ही पद-प्रतिष्ठा और मान-सम्मान मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रविवार के दिन कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही है, जिसको करने से इंसान को बुरे परिणाम मिलते हैं और सूर्य देव नाराज हो सकते हैं। आइए जानते हैं रविवार के दिन किन कार्यों को करने से बचना चाहिए।

न करें ये कार्य
-रविवार के दिन तांबे से बनी चीजों को नहीं बेचना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से इंसान की कुंडली में सूर्य देव की स्थिति कमजोर होती है। साथ ही जीवन में कई तरह की समस्याओं को सामना करना पड़ता है।

-इस दिन काले और नीले रंग के वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए। अगर आप भगवान सूर्य देव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो लाल रंग के कपड़े धारण करें।

-इसके अलावा रविवार के दिन मांस-मदिरा का सेवन भूलकर भी न करें।

-तुलसी का पौधा भगवान विष्णु जी को बेहद प्रिय है। मान्यता के अनुसार, रविवार और एकादशी तिथि के दिन तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए।

करें ये कार्य

-इस दिन भगवान सूर्य देव को जल अर्पित करना शुभ माना गया है। इसलिए रोजाना स्नान करके सूर्य देव को जल अवश्य चढ़ाएं।

-यदि आप भगवान सूर्य देव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इसके लिए रविवार के दिन सूर्य देव को लाल कपड़ा, गुड़ और दूध अर्पित करें। इसके बाद पश्चात श्रद्धा अनुसार असहाय व्यक्ति को दान कर दें। मान्यता है कि ऐसा करने से काम आने वाली सभी अड़चने दूर हो जाएंगी।

-अपनी इच्छा पूरी करने के लिए बरगद के पत्ते पर अपनी इच्छाएं लिखें। इसके बाद उसे किसी नदी में बहते पानी में प्रवाहित कर दें। माना जाता है कि ऐसा करने से इंसान की सभी मनोकामना पूरी होती है।