भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की पहली बैठक 29 फरवरी को हो गई। इस बैठक में पहले चरण की सूची पर मंथन हुआ है, जिसमें शीर्ष नेताओं और हारी हुई सीटों को घोषित करने के संकेत हैं। पहले चरण के पैनल पर चर्चा के बाद बाकी सीटों के दावेदारों की धड़कनें भी बढ़ गई हैं। हालांकि अभी अन्य सीटों का नंबर नहीं आया है और न पैनल ही तैयार हुआ है। संकेत हैं कि प्रदेश स्तर पर सभी सीटों का पैनल बन गया है, जिस पर अब केंद्रीय स्तर से मंथन के बाद फैसला लिया जाएगा।
भाजपा में प्रदेश भर में हर सीट पर मारामारी है। जिन सीटों पर पहले से भाजपा है, वहां मौजूदा सांसदों के साथ-साथ कुछ नए चेहरे और पार्टी के दिग्गज प्रयासरत हैं। जिन सीटों पर भाजपा हारी थी, वहां बहुत से प्रयासरत हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार बृहस्पतिवार को हुई पहले चरण की बैठक में प्रदेश के शीर्ष नेताओं से जुड़ी सीटों व हारी हुई सीटों पर विमर्श पूरा हो गया है। संकेत हैं कि एक दो दिन में ये सीटें घोषित हो सकती हैं।
अब चूंकि पहले चरण पर मंथन पूरा हो गया है, इसलिए बाकी सीटों के दावेदारों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। परेशान वे दावेदार हैं, जो सबसे अधिक प्रयासरत हैं। क्योंकि ये पहली बार हो रहा है कि जिला स्तर से अभी तक न तो कोई पैनल मांगा गया है और न ही आगे मांगे जाने के संबंध में कोई विचार हो रहा है। बस जो दावेदार अपने अपने स्तर से प्रयास कर रहे हैं, उन्हीं के बीच में से पैनल प्रदेश स्तर पर तैयार किया गया है।
सूत्र बताते हैं कि इस तरह की सीटों पर फीडबैक व प्रदेश स्तर से भेजे जाने वाले पैनल के आधार पर हाईकमान स्तर से निर्णय लिया जा सकता है। अगर जरूरी हुआ तो जिला स्तर से पैनल मांगा जाएगा। इस विषय में जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह लाला कहते हैं कि अभी तक न तो कोई पैनल मांगा गया और न भेजा गया। अगर जरूरी हुआ तो संगठन के मांगे जाने पर पैनल भेजा जाएगा।