देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने भारत सरकार को 2,441 करोड़ रुपए का डिविडेंड चेक दिया। इस बारे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा है कि एलआईसी के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने 2,441.44 करोड़ रुपए का डिविडेंड चेक सौंपा है। वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी की उपस्थिति में लाभांश चेक वित्त मंत्री को सौंपा गया।
दिसंबर में, एलआईसी ने बाजार मूल्यांकन के हिसाब से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को पछाड़कर देश की सबसे मूल्यवान पीएसयू फर्म बन गई। अब तक, रिलायंस इंडस्ट्रीज 19,46,521.81 करोड़ रुपए के बाजार पूंजीकरण के साथ भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी है, इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (₹14,53,649.63 करोड़), एचडीएफसी बैंक (₹10,97,634.10 करोड़), आईसीआईसीआई बैंक (₹7 ,18,367.25 )2, इंफोसिस ( ₹7,00,077.62 करोड़) और एलआईसी ( ₹6,32,721.15 करोड़) पर हैं।
एलआईसी आईपीओ के लॉन्च के एक साल बाद, कंपनी के स्टॉक को अक्सर बाजार विशेषज्ञों द्वारा धन विनाशक के रूप में लेबल किया गया था। हालांकि, कंपनी का शेयर पिछले 5-6 महीनों से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। केंद्र सरकार ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के माध्यम से एलआईसी में 22.13 करोड़ से अधिक शेयर या 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची।