इजरायल-हमास की जंग को महीने बीत चुके है और गाजा में मौतों की संख्या बढ़ती जा रही है। कई बच्चों समेत आम नागरिक गोलीबारी और बमबारी का शिकार हो रहे है। गाजा में खाने और जरूरत की चीजें मदद के रूप में पहुंचाई जा रही है।
इस बीच इजरायल की गोलीबारी में भोजन सहायता का इंतजार कर रहे कई लोग मारे गए। CNN के मुताबिक, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस हमले में लगभग 20 लोग मारे गए है और 150 से अधिक घायल हुए है। ये हमला गाजा में कुवैती चौराहे पर हुआ, जहां आमतौर पर सहायता ट्रक भोजन लेकर पहुंतचे हैं।
मरने वालों की बढ़ेगी संख्या
अल शिफा अस्पताल की आपातकालीन इकाई के डॉक्टर मोहम्मद गराब ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि हताहतों को अभी भी अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा है।
सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, मौके पर मौजूद एक गवाह ने बताया था कि दर्जनों लोगों की मौत हो गई है, वीडियो में कथित तौर पर घटनास्थल पर दसियों शव पड़े हुए दिख रहे हैं। फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस घटना को ‘इजरायली बलों द्वारा गाजा में कुवैती चौराहे पर मानवीय सहायता की प्रतीक्षा कर रहे नागरिकों की एक समूह को निशाना बनना करार दिया है।
इजरायल को ठहराया जिम्मेदार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इलाके में किसी तोपखाने या टैंक की आग जैसी आवाज से हमला किया गया। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने गुरुवार को एक बयान में हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया।
समुद्र के रास्ते पहुंचेगी मदद
सीएनएन ने महमूद बसल के हवाले से कहा, इजरायली कब्जे वाली सेना अभी भी उत्तरी गाजा पट्टी में होने वाले अकाल के परिणामस्वरूप राहत सहायता की प्रतीक्षा कर रहे निर्दोष नागरिकों को मारने की नीति का अभ्यास कर रही है। इस बीच, इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने घोषणा की कि मानवीय सहायता पहली बार समुद्र के रास्ते गाजा में प्रवेश करेगी।
गाजा में जमीन, हवा और समुद्र से मानवीय सहायता पहुंच रही है। पहली बार, मानवीय सहायता समुद्र के रास्ते गाजा पहुंच रही है। WCKitchen से मानवीय सहायता लेकर यूएई द्वारा वित्त पोषित एक जहाज मंगलवार को रवाना हुआ। आईडीएफ ने गुरुवार को बताया कि इजरायल के साथ चल रहे युद्ध के बीच, हमास की ऑपरेशंस यूनिट के एक कमांडर मुहम्मद अबू हसना को राफा क्षेत्र में सटीक निशाना बनाया गया और मार गिराया गया।