इंडिया गठबन्धन में शामिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) प्रदेश में छह सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में है। इसका प्रस्ताव सीपीआई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को अनुमोदन के लिए भेजा गया है। राष्ट्रीय नेतृत्व के अनुमोदन के बाद इन सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जायेगी। कुछ अन्य सीटों पर राष्ट्रीय नेतृत्व से चर्चा के बाद निर्णय लिया जायेगा।
यह निर्णय शुक्रवार को भाकपा के राज्य सचिव मंडल की बैठक में लिया गया। बैठक के बाद सचिव मंडल ने बयान जारी कर कहा कि वामपंथी दल उत्तर प्रदेश में आम जनता के ज्वलन्त मुद्दों पर लगातार मिलकर संघर्ष कर रहे हैं। जमीनी स्तर पर वे भाजपा की डबल इंजन सरकार की जनविरोधी नीतियों का पर्दाफाश कर रहे हैं। किंतु प्रदेश में इंडिया गठबन्धन के कुछ घटक दलों ने एकतरफा लोकसभा सीटों की घोषणा कर दी। आज तक वामपंथी दलों से न तो कोई वार्ता की और न ही गठबन्धन की संयुक्त बैठक की गई।
ऐसी स्थिति में भाकपा ने फिलहाल बांदा, गाजीपुर, घोसी, राबर्ट्सगंज (सु.) शाहजहांपुर (सु.) व धौरहरा लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का निर्णय लिया है। बैठक में कहा गया कि वामपंथी दलों के बीच आपसी समन्वय पर बातचीत जारी है। इंडिया गठबन्धन के दलों से भी वार्ता के द्वार खुले हैं।
बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राज्य सचिव कामरेड अरविन्द राज स्वरूप ने की। बैठक में राज्य पार्टी के केन्द्रीय प्रभारी व राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डा. गिरीश, पूर्व विधायक इम्तियाज अहमद, मोतीलाल, फूलचन्द यादव, राजेश तिवारी व रामचंद्र सरस आदि उपस्थित थे।