मणिपुर के नारानसेना इलाके में शुक्रवार आधी रात से शुरू हुए कुकी उग्रवादियों के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो जवान बलिदान हो गए।
पुलिस के मुताबिक, सीआरपीएफ जवानों पर कुकी उग्रवादियों ने आधी रात से लेकर सुबह 2:15 बजे तक हमला किया। जान गंवाने वाले जवान राज्य के बिष्णुपुर जिले के नारानसेना इलाके में तैनात सीआरपीएफ 128 बटालियन के हैं।
वहीं, देर शाम मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रदीप कुमार झा ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में बाहरी मणिपुर में अधिक मतदान और हिंसा की न्यूनतम घटना होने की बात कही।
2019 की तुलना में अधिक शांतिपूर्ण रहा मतदान
प्रदीप कुमार झा ने कहा,
हमें मिली आखिरी रिपोर्ट तक, मतदान प्रतिशत 75 प्रतिशत के बीच था और कोई बड़ी गड़बड़ी की सूचना नहीं थी।
उन्होंने यह भी कहा कि दूसरे चरण के मतदान के दौरान लोग बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए निकले। एक मतदान केंद्र पर ईवीएम में खराबी की एक घटना सामने आई थी, लेकिन कोई बड़ी गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली।
उन्होंने कहा,
बाहरी मणिपुर संसदीय क्षेत्र व 13 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण रहा। ईवीएम को नुकसान पहुंचाने की एक घटना अब तक सामने आई है। हम इस पर गौर कर रहे हैं और सभी जिलों से संपर्क कर रहे हैं और उन्होंने बताया गया कि मतदान शांतिपूर्ण रहा है।
झा ने आगे कहा कि बाहरी मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र में 2019 के चुनाव की तुलना में मतदान अपेक्षाकृत अधिक शांतिपूर्ण रहा।
दूसरे चरण में 88 सीटों पर हुआ चुनाव
भारतीय चुनाव आयोग के वोटर टर्नआउट ऐप के मुताबिक, आखिरी रिपोर्ट तक 78.78 फीसदी वोट पड़े। इससे पहले, 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के दौरान हिंसा की कई घटनाएं सामने आने के बाद 22 अप्रैल को आंतरिक मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र के 11 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान हुआ था। 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर दूसरे चरण का मतदान शाम 6 बजे समाप्त हो गया।
सात चरण के आम चुनावों के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 102 निर्वाचन क्षेत्रों में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया था।
चुनाव आयोग के अनुसार, शुरुआती चरण में कुल मतदान 62 प्रतिशत से अधिक दर्ज किया गया। अगले दौर का मतदान 7 मई को होगा। वोटों की गिनती और नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे।