पर्यटन विभाग की ओर से चारधाम यात्रा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। इसके लिए बुधवार से हरिद्वार और ऋषिकेश में सुबह सात से शाम सात बजे तक ऑफलाइन पंजीकरण भी शुरू किए जाएंगे। धर्मनगरी में भी ऑफलाइन पंजीकरण के लिए छह काउंटर बनाए गए हैं। इन पर हर धाम के लिए पांच-पांच सौ यात्रियों के पंजीकरण किए जाएंगे।
उत्तराखंड में 10 मई से चारधाम यात्रा गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो जाएगी। वैसे तो उत्तराखंड सरकार की ओर से चारधाम यात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है। इससे उत्तराखंड में यात्रा करने वाले श्रद्धालु घर बैठे पंजीकरण करा रहे हैं, लेकिन प्रदेश में प्रवेश करने वाले यात्रियों को भी जगह-जगह ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा दी जाती है।
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इसके लिए विभाग की ओर से पंजीकरण काउंटर खोले जाते हैं। इसमें धर्मनगरी में भी पर्यटन विभाग के कार्यालय परिसर में छह काउंटर खोल दिए गए हैं। काउंटरों पर बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के लिए पांच-पांच सौ स्लॉट यात्रियों की बुकिंग के लिए पंजीकरण किए जाएंगे। केंद्रों पर पंजीकरण के लिए इंटरनेट सुविधा, लाइट, बिजली के साथ ही यात्रियों के बैठने के लिए कुर्सियां, हवा और ठंडे पानी की व्यवस्था की गई है।
एआरटीओ दफ्तर पर मिलेंगे ग्रीनकार्ड
चारधाम यात्रियों को लेकर जाने वाले वाहनों को रोशनाबाद स्थित एआरटीओ दफ्तर परिसर से ग्रीनकार्ड दिए जाएंगे। विभाग की ओर से ग्रीनकार्ड बनाने के लिए एक विशेष काउंटर बनाया गया है। इससे चारधाम यात्रा के लिए वाहन चालकों को सुलभता से ग्रीनकार्ड मिल सकें।
ऑफलाइन पंजीकरण पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। बुधवार से पंजीकरण शुरू कर दिए जाएंगे। जितने स्लॉट दिए जाएंगे, अगर वह कम पड़ते हैं तो आपातकालीन स्थित में और पंजीकरण के लिए स्लॉट की व्यवस्था की जाएगी। ताकि हर यात्री का पंजीकरण किया जा सके।
-सुरेश कुमार यादव, जिला पर्यटन विकास अधिकारी, हरिद्वार