प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में अल्पांश हिस्सेदारी हासिल करने के लिए करीब 35 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी। गूगल का यह निवेश फ्लिपकार्ट द्वारा 2023 में शुरू की गई 1 अरब डॉलर जुटाने की पहल का हिस्सा है। फ्लिपकार्ट ने न तो गूगल द्वारा किए जा रहे निवेश की वास्तविक रकम का खुलासा किया है और न ही उसने कंपनी के मूल्यांकन के बारे में बताया है। उसने एक बयान में कहा, ‘वॉलमार्ट के नेतृत्व में ताजा निवेश दौर के तहत फ्लिपकार्ट ने आज गूगल को अल्पांश निवेशक के तौर पर शामिल करने की घोषणा की जो दोनों पक्षों द्वारा नियामकीय एवं अन्य मंजूरियों पर निर्भर करेगा।’
सूत्रों के मुताबिक, इस निवेश से बेंगलूरु की कंपनी का मूल्यांकन 33 अरब डॉलर के उसके पिछले मूल्यांकन से 5-10 फीसदी अधिक होने की संभावना है। नया मूल्यांकन 36 अरब डॉलर को पार कर सकता है। दिसंबर 2022 में फिनटेक फर्म फोनपे के समूह से अलग होने के बाद फ्लिपकार्ट का मूल्यांकन 33 अरब डॉलर रह गया था।
इस मामले से अवगत एक व्यक्ति ने कहा, ‘गूगल ने यह सौदा इसलिए किया क्योंकि फ्लिपकार्ट ई-कॉमर्स क्षेत्र की अग्रणी कंपनी है। कंपनी अपने बुनियादी ढांचे और विक्रेता सहायता तंत्र के साथ-साथ आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) और जेनरेटिव एआई जैसी नई प्रौद्योगिकी के विस्तार पर निवेश करने की योजना बना रही है।’ गूगल इस सौदे के तहत फ्लिपकार्ट को अपनी क्लाउड पेशकश उपलब्ध कराएगी। इससे कंपनी को अपना कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी। कंपनी के बयान में कहा गया है कि इससे देश भर में ग्राहकों को सेवाएं देने के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचे के को आधुनिक बनाने में भी मदद मिलेगी।
यह रकम फ्लिपकार्ट को एमेजॉन, मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस जियोमार्ट और टाटा डिजिटल से मुकाबला करने के लिए पर्याप्त ताकत देगी। कंपनी की रणनीति जानने वाले लोगों के अनुसार, इससे कंपनी को देश भर में विशेषकर छोटे एवं मझोले शहरों एवं ग्रामीण भारत में अगले 20 करोड़ ग्राहकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
एक व्यक्ति ने कहा, ‘इससे उसे देश के छोटे एवं मझोले शहरों और ग्रामीण एवं कस्बाई इलाकों में अपनी पैठ बनाने में मदद मिलेगी।’ यह कंपनी द्वारा साल 2021 के बाद जुटाई गई बड़ी रकम है। उस समय फ्लिपकार्ट समूह (फोनपे सहित) ने 3.6 अरब डॉलर जुटाए थे जिससे कंपनी का मूल्यांकन 37.6 अरब डॉलर हो गया था। उसके निवेशकों में सॉफ्टबैंक भी शामिल थी जो बाद में बाहर निकल गई।
वॉलमार्ट ने जुलाई 2020 में फ्लिपकार्ट में 1.2 अरब डॉलर के निवेश दौर का नेतृत्व किया था। उससे कंपनी का मूल्यांकन 24.9 अरब डॉलर हो गया था। मई 2018 में वॉलमार्ट ने घोषणा की थी कि वह 21 अरब डॉलर से कम मूल्यांकन पर फ्लिपकार्ट में करीब 77 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 16 अरब डॉलर का निवेश करेगी। अधिग्रहण के तहत फिनटेक फर्म फोनपे भी वॉलमार्ट के पास चली गई थी। उसके बाद वॉलमार्ट लगातार फ्लिपकार्ट और फोनपे के निवेश दौर में शिरकत करती रही है। नए निवेश से फ्लिपकार्ट को मुनाफा कमाने में भी मदद मिलेगी।