चंद्रमा के दूर वाले हिस्से से नमूने लेकर एक चीनी यान मंगलवार को पृथ्वी पर वापस आ जाएगा। चीन ने 53 दिवसीय अपने मून मिशन चांग’ई-6 यान को लॉन्च किया था। चीन के इस चंद्रयान मिशन का लक्ष्य चंद्रमा के सुदूर हिस्से से पहली बार नमूने एकत्र करने और उन पर रिसर्च करना था। मानव चंद्र अन्वेषण के इतिहास में यह अपनी तरह का पहला प्रयास है।
यह यान चंद्रमा के उस हिस्से से मिट्टी और चट्टानें लेकर आ रहा है जो पृथ्वी से दूर है, एक ऐसा क्षेत्र जिसे कम ही समझा जाता है और जिसके बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि इसमें अनुसंधान की बहुत संभावनाएं हैं क्योंकि इसकी ऊबड़-खाबड़ विशेषताएं प्राचीन लावा प्रवाह द्वारा निकट वाले हिस्से की तुलना में कम चिकनी हैं। बीजिंग ने अंतरिक्ष यान के अनुमानित आगमन समय का खुलासा नहीं किया है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह संभवतः दोपहर के समय (0400 GMT) उत्तरी इनर मंगोलिया क्षेत्र में रेगिस्तान के एक खुले बंजर मैदान में उतरेगा।
नमूने इकट्ठा करने के लिए एक ड्रिल का किया इस्तेमाल
पृथ्वी पर यान का वापिस लौटने का मतलब है कि वहां से प्राप्त सामग्री हमें यह समझने में मदद कर सकती है कि चंद्रमा कैसे बना और समय के साथ इसका विकास कैसे हुआ। चांग’ई-6 ने 3 मई को हैनान के द्वीप प्रांत में एक अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी और लगभग एक महीने बाद चंद्रमा के विशाल दक्षिणी ध्रुव-ऐटकेन बेसिन में उतरा। इस यान ने नमूने इकट्ठा करने के लिए एक ड्रिल और रोबोटिक हाथ का इस्तेमाल किया, छिद्रित सतह की कुछ तस्वीरें लीं और भूरे रंग की मिट्टी में एक चीनी झंडा लगाया।