आगरा नगर निगम ने यमुना नदी की निगरानी के लिए पांच सीसीटीवी (पीटीजेड) कैमरे लगवाए हैं। साथ ही गंदगी व प्रदूषण करना रोकने के लिए बल्केश्वर से ताजमहल तक 16 यमुना मित्र तैनात किए हैं।
यमुना नदी में लगातार प्रदूषण के बारे में हाईकोर्ट और एनजीटी में कई याचिकाएं दायर हो चुकी हैं। इन पर सुनवाई भी चल रही है। कुछ दिन पूर्व ही कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए सिंचाई विभाग को यमुना की सफाई के आदेश जारी किए थे। नगर निगम को कैमरे लगाकर निगरानी के आदेश भी दिए गए।
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि यमुना नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। आंबेडकर ब्रिज, यमुना किनारा, सर्किल, आरती स्थल के पास और झलकारी बाई प्रतिमा के पास एक-एक सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं। ये कैमरे वाटरवर्क्स रामबाग पुल से लेकर रेलवे ओवरब्रिज हाथीघाट तक का क्षेत्र कवर करतेे हैं। सभी कैमरे पांच सौ मीटर का दायरा कवर करते हैं।
महताब बाग पर भी लगेगा कैमरा
ताजगंज श्मशान घाट की तरफ निगरानी के लिए एक कैमरा महताब बाग के पास भी लगाया जा रहा है। सभी कैमरे स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से जुड़े हैं। इससे लगातार यमुना नदी पर नजर रखी जा रही है।
यमुना में भैंस गई तो भारी जुर्माना
यमुना नदी में भैंस आदि जानवरों को रोकने के लिए नगर निगम ने 16 यमुना मित्रों की नियुक्ति की है। ये यमुना मित्र सुबह से शाम तक निगरानी करेंगे। किसी प्रकार से कोई जानवर यमुना में घुस भी जाता है तो उसके स्वामी पर भारी जुर्माना लगाया जा रहा है।