आगरा में बनने वाले सिविल टर्मिनल की सभी बाधाएं दूर हो गई हैं। आगरा एयरपोर्ट का नया सिविल टर्मिनल दो साल में बन जाएगा। इसके लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने केएसएम के साथ अनुबंध किया है।
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने रविवार को यह जानकारी कमला नगर स्थित होटल में मीडिया से बातचीत में दी। उन्होंने बताया कि आगरा में प्रस्तावित पंडित दीनदयाल उपाध्याय हवाई अड्डे पर नए एकीकृत टर्मिनल भवन के सिविल निर्माण कार्य के लिए केएसएम बशीर मोहम्मद एंड संस (केएसएम) कंपनी से करार किया गया है। ग्राउंड वर्क तीसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर के बीच शुरू होने की उम्मीद है।
टर्मिनल 34,346 वर्ग मीटर में बनेगा
नया टर्मिनल 34,346 वर्ग मीटर में बनाया जाएगा। यह पीक आवर्स में 1400 यात्रियों के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें चार एयरोब्रिज, 32 चेक इन काउंटर, तीन बैगेज क्लेम बेल्ट होंगे। एप्रन क्षेत्र का विस्तार नौ विमानों को संभालने के लिए किया जाएगा। इसमें बोइंग-737 व ए-320 जैसे मॉडल होंगे। इसके लिए तीन गांवों धनौली, अभयपुरा और बल्हेरा की 92.50 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के लिए 123.59 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। केंद्रीय राज्यमंत्री ने बताया कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने दिसंबर 2023 में टेंडर आमंत्रित किए थे। इसमें 441.79 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान लगाया गया और दो साल की समय सीमा तय की गई। फरवरी के मध्य में टेंडर खोले गए, जिसमें 13 बोलीदाताओं में सबसे कम धनराशि 343.20 करोड़ केएसएम की थी।
प्रो. बघेल ने बताया कि सिविल टर्मिनल के निर्माण से आगरा के पर्यटन और कारोबार को बड़ा फायदा मिलेगा। पिछले साल से ही वह टर्मिनल के निर्माण और अनापत्तियां आदि के बारे में लगातार उड्डयन मंत्रालय के संपर्क में हैं। वार्ता के दौरान डाॅ. जीएस धर्मेश, पूरन डावर, सुनील विकल, रजत अस्थाना, सुधीर गुप्ता, दिगंबर सिंह धाकरे, गौरव शर्मा, नवीन गौतम, संजय अरोड़ा, महेश सिंघल ,राम चौधरी, शेर सिंह प्रधान आदि मौजूद रहे।