काली मिर्च में एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरियल, एंटी-फ्लैटुलेंस और एंटी-माइक्रोबियल गुणों का खजाना होता है। दुनियाभर में किंग ऑफ स्पाइस के नाम से मशहूर इस मसाले में पोषक तत्वों का भंडार पाया जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे, कि मानसून में पाचन तंत्र और इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिहाज से डाइट में इसे जगह देना कितना जरूरी है और इससे आपको क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।
डाइजेशन के लिए लाभकारी
बदलते मौसम में पाचन तंत्र को कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है। ऐसे में, काली मिर्च में पाया जाने वाला पाइपरिन नामक तत्व पाचन तंत्र से जुड़े एंजाइम को बूस्ट करने में मदद करता है और इससे डाइजेशन काफी इम्प्रूव हो जाता है।
स्ट्रांग इम्युनिटी
मानसून के सीजन में अक्सर लोगों को कमजोर इम्युनिटी की समस्या रहती है। ऐसे में, अगर आप भी थकान और कमजोरी का कोई सस्ता और टिकाऊ उपाय खोज रहे हैं, तो काली मिर्च इस मामले में काफी मददगार हो सकती है। इसके सेवन से आप कई तरह के संक्रमण से बच सकते हैं।
वेट लॉस में फायदेमंद
मानसून के मौसम में अक्सर खानपान बिगड़ जाता है, ऐसे में वेट लॉस भी मुश्किल हो जाता है। बता दें, वजन घटाने के लिहाज से भी काली मिर्च एक अच्छा ऑप्शन साबित होती है। इसमें मौजूद पाइपरिन और एंटी ओबेसिटी गुण वजन घटाने में काफी मदद करते हैं, जिससे आपको मोटापे की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
जोड़ों के दर्द से दिलाए राहत
मानसून के मौसम में अक्सर जोड़ों का दर्द भी बढ़ जाता है, ऐसे में अगर आप काली मिर्च को अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो इससे सूजन और दर्द से भी राहत मिलती है। बता दें, कि ऐसा काली मिर्च में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी अर्थराइटिस गुणों के कारण होता है।