US की चेतावनी के बावजूद साथ आए चीन और रूस, नाटो मीटिंग के बाद सैन्य अभ्यास की शुरुआत
नाटो की मीटिंग के बाद अब रूस ने चीन के साथ सैन्य अभ्यास करने का फैसला लिया है। रूस चीन के दक्षिणी तट के करीब जिनपिंग की नौसेना के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहा है। नाटो सहयोगियों की तरफ से बीजिंग को यूक्रेन में युद्ध का समर्थक कहे जाने के कुछ दिनों बाद, चीन और रूस की नौसेना बलों ने रविवार को दक्षिणी चीन में सैन्य बंदरगाह पर एक संयुक्त अभ्यास शुरू किया।
नाटो मीटिंग में अमेरिका ने रूस के चीन के साथ आने के फैसले की आलोचना की थी। अमेरिका ने कहा था, अगर रूस -चीन के साथ संबंध बढ़ाता है तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। चीनी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि दोनों पक्षों की सेनाओं ने हाल ही में पश्चिमी और उत्तरी प्रशांत महासागर में गश्त की है और इस ऑपरेशन का अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्थितियों से कोई लेना-देना नहीं है और किसी तीसरे पक्ष को निशाना नहीं बनाया गया है।