The Congress Legislature Party which visited Kasutali eviction land returned empty handed
The Congress Legislature Party which visited Kasutali eviction land returned empty handed

कसुतली बेदखली भूमि का दौरा करने पहुंचा कांग्रेस विधायक दल बैरंग लौटा

गुवाहाटी: राजधानी के सोनापुर इलाके में अवैध अतिक्रमण को लेकर पिछले 12 सितंबर से स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। जिला प्रशसान और पुलिस टीम पर संदिग्ध नागरिकों द्वारा किये गये हमले के बाद से इलाके के लोग बेहद नाराज हैं। पुलिस पर हुए हमले के विरोध में आज आदिवासी समाज के संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके इलाके के बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के विभिन्न संगठनों के लोग एकजुट होकर नारेबाजी कर रहे हैं।

गौरतलब है कि सोनापुर के कसुतली में 12 सितंबर को अवैध कब्जे की भूमि को खाली कराने के दौरान संदिग्ध नागरिकों द्वारा किये गये हमले में पुलिस एवं प्रशासन के 22 से अधिक अधिकारी एवं पुलिस कर्मी घायल हुए थे। हालांकि, पुलिस की कार्रवाई के दौरान दो लोगों की मौत तथा 13 व्यक्ति घायल हुए थे।

सोनापुर के कसुतली में पुलिस और प्रशासन की टीम 200 बीघा आदिवासी बेल्ट की भूमि पर अतिक्रमण करने वाले संदिग्ध नागरिकों को बेदखल करने जा रही थी। पुलिस पर पथराव किया गया और धारदार हथियार से हमले किये गए।

इस घटना को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के विधायक दल के नेतृत्व में आज बेदखली स्थल का दौरा करने पहुंचे विपक्षी दल के नेताओं को आदिवासी समाज ने प्रवेश करने से रोक दिया। स्थानीय लोगों ने भारी विरोध करते हुए कांग्रेस गो बैक, अतिक्रमण स्थल को लेकर राजनीति नहीं करने देंगे आदि नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत करने पहुंचे कांग्रेस के नेताओं के साथ जमकर वाद-विवाद भी हुआ।

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कांग्रेस विधायक दल का नेतृत्व जाकिर हुसैन सिकदर, रेकिबुद्दीन अहमद, शिबामणि बोरा, वाजिद अली चौधरी, नुरुल हुदा, मु. आसिफ नजर, प्रदीप सरकार, यादव स्वर्गियारी, नंदिता दास समेत कुल 9 विधायक कसुतली के बेदखली स्थल का जायजा लेने पहुंचे थे।

कांग्रेस पार्टी के नेताओं को देखते ही आदिवासी समाज के संगठनों के नेतृत्व ने मानव श्रृंखला बनाकर राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने वाले कसुतली के मुख्य प्रवेश द्वार को अवरुद्ध कर दिया जिसके चलते स्थिति बेहद गंभीर हो गयी। अंत में कांग्रेस के विधायकों का दल बीच रास्ते से ही बैरंग लौटने के लिए मजबूर हो गया।

ट्राइबल यूनियन की ओर से सोनापुर के कसुतली में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। अतिक्रमणकारियों के हमले में पुलिस अधिकारियों के घायल होने के खिलाफ आदिवासी यूनियन के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया।