क्या देश में आ चुकी है कोरोना की तीसरी लहर ?, उत्तराखंड में 1000 बच्चे मिले संक्रमित

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ( Second wave of coronavirus ) ने हाहाकार मचा रखा है। हालांकि कुछ राज्यों में कोरोना वायरस का प्रभाव कम जरूर हुआ है, लेकिन इस खतरनाक बीमारी से होने वाली मौतों का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच उत्तराखंड से डराने वाली खबर सामने आई है। राज्य में लगभग एक हजार बच्चे कोरोना वायरस (Coronavirus in Uttarakhand ) से संक्रमित पाए गए हैं, जिसको देखकर डॉक्टर और वैज्ञानिक कोरोना वायरस की तीसरी लहर का अनुमान लगा रहे हैं। इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की शुरुआत की चर्चा भी शुरू हो गई है। 

एक गांव में 10 दिनों के भीतर 1000 बच्चे कोरोना पॉजिटिव

मीडिया में चल रही खबरों के हिसाब से उत्तराखंड के एक गांव में पिछले दस दिनों के भीतर 9 साल से कम उम्र के लगभग एक हजार बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने भी इस खबर की पुष्टि की है। वहीं, बच्चों में कोरोना विस्फोट की इस जानकारी से पूरे राज्य में हड़कंप मच गया है। राज्य के अलग-अलग हॉस्पिटलों में इन बच्चों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। वहीं आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में अब तक 2131 बच्चे कोरोना संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य मामलों से जुड़े एक्सपर्ट्स की मानें तो कोरोना वायरस की तीसरी लहर बच्चों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। यही वजह है कि केेंद्र से लेकर राज्य तक ने इससे बचाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। माना जा रहा है कि बच्चों में आए कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करना बहुत मुश्किल हो जाएगा। 

बच्चों में कोरोना संक्रमण के लक्षणों में बदलाव

दरअसल, कोरोना संक्रमित होने की स्थिति में बच्चों को न तो इंजेक्शन और कैप्सूल दिए जा सकते हैं और न ही वो टैबलेट का सेवन कर सकते हैं। इसलिए बच्चों में कोरोना को कंट्रोल करना बड़ों की तुलना में ज्यादा मुश्किल हो सकता है। चर्चा तो यहां तक है कि बच्चों में कोरोना संक्रमण के लक्षणों में बदलाव देखने को मिल सकते हैं। बच्चों में उल्टी-दस्त जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं।

बच्चों में कोरोना वायरस के लक्षण

  • बुखार
  • खांसी-जुकाम
  • थकान, दस्त
  • गले में खराश
  • स्वाद और सूंघने की क्षमता खत्म हो जाना
  • मांसपेशियों में दर्द होना
  • सांस लेने में परेशानी