कर्नाटक के कप्तान मयंक अग्रवाल की हालत ठीक, फ्लाइट में बिगड़ी थी तबीयत…

भारतीय बल्लेबाज मयंक अग्रवाल की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। उन्हें त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूरत की यात्रा के समय मयंक बीमार पड़ गए। उन्होंने मुंह और गले में जलन की शिकायत की थी। इसके बाद उन्हें अगरतला के अस्पताल में भर्ती किया गया। फिलहाल 32 साल का यह ओपनर बल्लेबाज खतरे से बाहर है। आईएलएस अस्पताल अगरतला ने एक बयान जारी करते हुए कहा, “वह चिकित्सकीय रूप से स्थिर हैं और उनकी लगातार चिकित्सकीय निगरानी की जा रही है।”

अस्पताल ने कहा, ”आज शाम क्रिकेटर मयंक अग्रवाल को एमबीबी एयरपोर्ट अगरतला से आईएलएस हॉस्पिटल अगरतला ले जाया गया। उन्हें कुछ मौखिक जलन और होठों पर सूजन का अनुभव हो रहा था। आपातकालीन स्थिति में अस्पताल के सलाहकारों द्वारा मूल्यांकन किये जाने के बाद उन्हें भर्ती कर लिया गया। फिलहाल वह चिकित्सकीय रूप से स्थिर हैं और उनकी लगातार चिकित्सकीय निगरानी की जा रही है।”

बोतलबंद पानी पीने के बाद बिगड़ी थी तबीयत
मयंक की तबीयत बोतलबंद पानी पीने के तुरंत बिगड़ी। उन्होंने मुंह और गले जलन की शिकायत की। इसके बाद उन्हें तुरंत ही विमान से उतार दिया गया। उनके साथ टीम के मैनेजर रमेश भी ऊतर गए। इस बात का संदेह है कि बोतलबंद पानी में कुछ मिलावटी पदार्थ था।

‘बोल नहीं पा रहे थे मयंक’
मयंक अग्रवाल के स्वास्थ्य पर त्रिपुरा क्रिकेट एसोसिएशन के कार्यकारी सचिव बासुदेब चक्रवर्ती का कहना है, “मुझे फोन आया कि मयंक अग्रवाल को आपातकालीन स्थिति में भर्ती कराया गया है। मयंक ने एक बोतल से पानी समझकर तरल पदार्थ पी लिया। सूजन महसूस हुई। अस्पताल पहुंचने पर हमने देखा कि उनका चेहरा सूज गया था और वह बोल नहीं पा रहा थे।”

रणजी में कर्नाटक के कप्तान हैं मयंक अग्रवाल
मयंक मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन में कर्नाटक की कप्तानी कर रहे हैं। उनकी टीम ने पहले मैच में पंजाब को सात विकेट से हराया था। उसके बाद गुजरात के खिलाफ रोमांचक मैच में छह रन से हार मिली थी। गोवा से मुकाबला ड्रॉ पर छूटा था। वहीं, त्रिपुरा को 29 रन से हराया। अब अगला मुकाबला दो फरवरी से सूरत में रेलवे के खिलाफ होगा।

इस सीजन में मयंक ने खेले चार मैच
मयंक अग्रवाल ने कर्नाटक के लिए रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में चार मैच खेले हैं। पंजाब के खिलाफ वह दोनों पारियों में शून्य पर आउट हो गए थे। गुजरात के खिलाफ पहली पारी में 109 और दूसरी पारी में 19 रन बनाए थे। गोवा के खिलाफ उन्होंने एक ही पारी में बल्लेबाजी की और 114 रन बनाए थे। त्रिपुरा के खिलाफ मयंक ने 51 और 17 रन का स्कोर किया था।