हरिद्वार। कोविड-19 की दूसरी लहर ने फिर से आमजन का जीना दूभर करना शुरू कर दिया है। अब उत्तराखंड के महाकुंभ में कोरोना फूट पड़ा है। उत्तराखंड के हरिद्वार में आयोजित हो रहे महाकुंभ में रविवार को कोरोना का बम फूटा है। इस साल सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव के मामले रविवार को सामने आए हैं। संतो के आयोजन में इतनी बड़ी संख्या में संतो का पॉजिटिव आने के बाद लोग तब्लीगी जमात के खिलाफ फैलाए जा रहे नफरत को लेकर टिप्पणी कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक रविवार 11 अप्रैल को यहां 401 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि सहित जूना अखाड़े के करमा गिरी व जूना अखाड़े के ही नितिन गिरी भी शामिल हैं। महाकुंभ में देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में सभी अखाड़ों के साधु-संत हरिद्वार में डेरा जमाए हुए हैं। कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए मेला स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर कोरोना की टेस्टिंग की जा रही है। उसमें सभी अखाड़ों के साधु-संत भी शामिल हैं।कल रविवार 11 अप्रैल को हरिद्वार में 401 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि सहित साधु संत शामिल है। अभी भी कई बड़े साधु संतों की कोरोना की रिपोर्ट आनी बाकी है। लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों से साधु-संतों में भी हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि सोमवार और बुधवार को कुंभ के दिन बड़ा शाही स्नान है।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अखाड़े और आश्रमो के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों में भी कोरोना संक्रमण होने का खतरा बढ़ गया है। जूना, निरंजनी अखाड़े, बैरागी अखाड़ो के संतों के कोरोना पॉजिटिव होने से शाही स्नान में ये सभी प्रमुख संत शामिल नही हो पाएंगे लेकिन पिछले दिनों इन संतो के संपर्क में आए साधु संतों, राजनेताओ, आम लोगो और अधिकारियों में चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग कोरोना पॉजिटिव संतो के संपर्क में आए लोगो की ट्रेसिंग कर रहा है।