भास्कर समाचार सेवा
ऊखीमठ। कोरोना के इस मुश्किल दौर में बच्चों को घर पर ही सीखने सिखाने के साथ भाषाई कौशलों को समृद्ध करने हेतु उप शिक्षा अधिकारी विकासखंड उखीमठ रवि कुमार के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में रूम टू रीड संस्था के संयुक्त प्रयासों से विकासखंड के सभी 9 संकुल के 106 प्राथमिक विद्यालयों के एमएमसी सदस्यों / अभिभावकों के साथ तक ऑनलाइन माइक्रोसॉफ्ट टीम एप से संकुलवार समीक्षा बैठक संपन्न की गई।
कोरोना महामारी से जहां संपूर्ण देशग्रस्त है। वहीं इस महामारी से शिक्षण पर हुए दुष्परिणाम से बच्चे भी प्रभावित हुए हैं। प्राथमिक स्तर विद्यालय के नौनिहाल प्रत्यक्ष शिक्षण से विगत सत्र से इस सत्र में अभी तक पूर्णत वंचित है। एक ओर जहां बच्चों को घर से ही सीखने सिखाने, पठन, लेखन, शिक्षण गतिविधि को सुचारू रखने के विभिन्न कवायद की जा रही है। शिक्षा विभाग एवं रूम टू रीड संस्था के संयुक्त प्रयासों से बच्चों के लिए रिमझिम हिंदी पाठ्यपुस्तक पर वर्कशीट निर्माण, आईवीआर कॉल के माध्यम से अभिभावकों को गतिविधियों पर समझ बनाना, सामुदायिक रेडियो केंद्रों, केबल टीवी द्वारा पठन शिक्षण सामग्री प्रसारण रीडिंग कार्ड, कहानियों के ऑडियो, वीडियो घर एक पाठशाला अभिभावक निर्देशिका, संवाद एक साथ, सेतु पाठ्यक्रम/ ब्रिज कोर्स, मिशन कोशिश, पीएम ई विद्या, आनंदम पाठ्यचार्य, विभिन्न पठन सामग्री पहुंच प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि बच्चों के पठन शिक्षण घर पर जारी रखा जाए।
विकासखंड उखीमठ उप शिक्षा अधिकारी रवि कुमार ने कहा विगत डेढ़ वर्ष से विद्यालय बंद है, अभिभावक घर पर ही बच्चों को सीखने सिखाने में मदद कर सके और घर पर शिक्षण जारी रखा जा सके इसके लिए शिक्षा विभाग एवं रूम टू रीड संस्था के संयुक्त प्रयासों से विभिन्न पठन सामग्री का निर्माण किया गया, ऑनलाइन ऑफलाइन पठन सामग्री पर समझ एवं उपयोगिता, सुझाव, प्रतिक्रियाओं से पठन शिक्षण सामग्री सुधारात्मक प्रयास कर सामग्री का बेहतर निर्माण किया जा सकेगा। उन्होंने कहा अभिभावक इस समय दोहरी भूमिका में है जो एक शिक्षक और अभिभावक की भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं, इसलिए बच्चों को घर पर एक निश्चित समय सारणी तैयार करें, और बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा दोनों का हित प्राथमिकता सुनिश्चित करें।
बैठक में विभिन्न एमएमसी एवं अभिभावक कंचन लाल, संदीप सिंह, कुलदीप सिंह, जयशोधर प्रसाद आदि ने बैठक में प्रतिभाग किया।