केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानून का विरोध कर रहे किसान संगठनों का भारत बंद अभियान सोमवार को सुबह 6:00 बजे शुरू हो गया। करीब 40 संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चे ने सोमवार सुबह 6:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक देशभर में जगह-जगह धरने और प्रदर्शन का ऐलान किया है। किसानों के भारत बंद के कारण दिल्ली, यूपी और पंजाब में यातायात प्रभावित हो गया है। ट्रैफिक पर भारी जाम लगा हुआ है। लोगों को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
जम्मू-जालंधर बायपास और पंजाब-हिमाचल सीमा स्थित डमटाल में बड़े-बड़े ट्राले खड़े कर नेशनल हाईवे जाम कर दिया गया है। उधर, सोनीपत रेलवे स्टेशन पर ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के सदस्यो ने सोनीपत से अंबाला रेलवे रूट को किया बंद।
किसान संगठन चाहते हैं कि सरकार तीन नए कृषि कानूनों को तुरंत वापस ले। पिछले साल देश के कई राज्यों में इस नए कानून के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। आज किसान आंदोलन को 300 दिन भी पूरे हो रहे हैं।संयुक्त किसान मोर्चे में कुल 40 किसान संगठन शामिल हैं। इसके अलावा कई राजनीति पार्टियों ने भी इस बंद का समर्थन किया है। कई राज्यों में पुलिस ने किसान संगठनों के इस बंद को देखते हुए व्यापक सुरक्षा इंतज़ाम किए हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी जैसी वामपंथी पार्टियों ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), समाजवादी पार्टी (सपा), तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), जनता दल (सेक्युलर), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम जैसे कई अन्य दल (डीएमके) ने भी सोमवार को भारत बंद के आह्वान का समर्थन किया है।
कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। उधर, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से आंदोलन का रास्ता छोड़कर बातचीत से मुद्दे का समाधान निकालने की अपील की है। किसानों के आज के विरोध प्रदर्शन की घोषणा को देखते हुए जगह जगह यातायात बाधित होने की आशंका है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली सहित कई अन्य राज्यों की पुलिस ने स्थिति से निपटने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।