प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल शुक्रवार को भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट जाएंगे। वह चित्रकुट के एमपी क्षेत्र में स्थित सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय के संस्थापक अरविंद भाई मफतलाल के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री यहां सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का उद्घाटन करेंगे. वह रघुवीर मंदिर भी जाएंगे, और पूजा में हिस्सा लेंगे। तुलसी पीठ पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज की पुस्तकों का विमोचन भी करेंगे। पीएमओ से जारी कार्यक्रम के बाद रघुवीर मंदिर, जानकीकुंड नेत्र चिकित्सालय परिसर और तुलसी पीठ में एसपीजी की निगरानी में तैयारियां चल रही हैं।
प्रधानमंत्री शुक्रवार को दोपहर पौने दो बजे चित्रकूट पहुंचेंगे। सद्गुरु ट्रस्ट परिसर में तीन हेलीपैड बनाए गए हैं. यहीं पर उन्हें उतरना है. सबसे पहले वह रघुवीर मंदिर पहुंचकर पूजा, दर्शन, श्री राम संस्कृत महाविद्यालय का भ्रमण, अरविंद भाई मफतलाल की समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे, नेत्र चिकित्सालय का निरीक्षण करेंगे और सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद वह विद्याद्यम परिसर में आयोजित आशीर्वाद कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. यहां से प्रधानमंत्री को तुलसीपीठ पहुंचना है. वह जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज के हस्तलिखित महाकाव्यों का विमोचन करेंगे। वह शाम करीब 4 बजे दोबारा रवाना होंगे.
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर बुधवार को तैयारियां तेजी से चलती रहीं। मप्र प्रशासन के आला अधिकारियों ने भी डेरा डाल दिया है। सतना कलेक्टर के अलावा एसपी, आईजी रीवा समेत अन्य अधिकारी लगातार तैयारियों में जुटे हुए हैं। एसपीजी की निगरानी में जगह-जगह मंच और पंडाल तैयार किये जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री के साथ एमपी के राज्यपाल मंगू भाई पटेल और सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहेंगे. वहीं प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम के दौरान मीडिया से भी दूरी बनाए रखी जा रही है. जिसमें कई सख्त बातें कही जा रही हैं.
सद्गुरु ट्रस्ट परिसर जानकीकुंड में आयोजित कार्यक्रम में डेढ़ हजार लोग शामिल होंगे। इनमें प्रमुख रूप से अरविंद भाई मफतलाल के नानी ट्रस्ट के अध्यक्ष विशद भाई मफतलाल, उनकी पत्नी रूपल मफतलाल और परिवार के एक दर्जन सदस्य मौजूद रहेंगे। यहां वाटरप्रूफ पंडाल तैयार किया गया है. संत रणछोड़दास महाराज के शिष्य एवं ट्रस्टियों के गुरु भाई करीब आधा सैकड़ा लोग भाग लेंगे। वहीं, कार्यक्रम में सद्गुरु परिवार के करीब 1300 कर्मचारी और करीब आधा सैकड़ा साधु-संत भी मौजूद रहेंगे. शंख ध्वनि के साथ आशीर्वाद कार्यक्रम की शुरुआत होगी.
एमपी में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर फिलहाल आचार संहिता लागू है. परिणामस्वरूप छोटे से लेकर बड़े कार्यक्रमों के आयोजन में आयोग की मंजूरी लेना अनिवार्य हो गया है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर शुरुआती दौर में संशय था. लेकिन आयोग ने इसे निजी कार्यक्रम के तौर पर मंजूरी दे दी है. जिसमें आयोग ने गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश जारी किए हैं. प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम से राजनीति से जुड़े कई लोगों को दूर रखा गया है. वहीं, तुलसी पीठ में करीब दो सौ लोगों को शामिल होने की इजाजत दी गई है. जिसमें अधिकतर पीठ से जुड़े लोग भाग लेंगे।