विशाखापत्तनम में एक बंदरगाह पर कल रात रविवार को भीषण आग लगने से लगभग 23 मछली पकड़ने वाली नावें जलकर राख हो गईं. यह घटना दिल दहला देने वाली है. इस घटना में 30 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है.
मछुआरों को संदेह हो रहा है कि कुछ अपराधियों ने मिलकर नावों में आग लगा दी है. लेकिन इस घटना में यह भी संदेह है कि आग एक नाव में किसी पार्टी द्वारा आग लगाई गई थी. बंदरगाह से चौंकाने वाले दृश्यों में (फ़ाइअफ़ाइटर) दमकल से आग को बुझाने की कोशिश करते हुए देखा गया है. जबकि मछुआरे आग को बस दर्शक के रुप में असहाय होकर देखते रहे. और उनके पास यही एक जीने का जरिया था. और उनकी आजीविका के साधन नष्ट हो गए.
ऐसे में कुछ नौकाओं में विस्फोट, जाहिरा तौर पर ईंधन टैंकों तक आग पहुंचने के कारण आग फैल गई. जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई. मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आनंद रेड्डी ने बताया कि आग रात करीब 11:30 बजे लगी. उन्होंने कहा, “नावों पर सिलेंडर विस्फोट होने के कारण बन रहे हैं. इसलिए हमने लोगों से दूर रहने के लिए बोल रहे है. दमकल की गाड़ियां आग पर काबू पाने के लिए काम कर रही हैं. ” उन्होंने कहा कि “आग लगने के कारण की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है. किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है.