पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की ममता बनर्जी की घोषणा के बाद भाजपा ने विपक्षी गठबंधन पर जोरदार हमला बोला है। किसी ने इसे कागजी गठबंधन बताया तो किसी ने राजनीतिक विवाह सफल होने से पहले ही तलाक की बात कही। भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने तो इसे सांप और नेवले के बीच अस्वाभाविक गठबंधन करार दिया।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा, यह एक कागजी गठबंधन है और ममता की टिप्पणियों से यह स्पष्ट हो गया है कि उसके एजेंडे में कोई स्पष्टता नहीं है और न ही कोई नेतृत्व है। पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, राजनीतिक विवाह के सफल होने से पहले ही तलाक हो गया, ममता दीदी ने बंगाल में कोई गठबंधन नहीं करने की घोषणा कर दी। सूर्या ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के दल विभिन्न राज्यों में एक-दूसरे के खिलाफ लड़ते हैं। केरल में वामदल और कांग्रेस आमने सामने हैं। पंजाब और दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच लड़ाई है। इस तरह के अस्वाभाविक गठबंधन का स्वाभाविक अंत निश्चित है। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन पहले दिन से ही सफल नहीं होने वाला था।
राजनीतिक रूप से व्यावहारिक नहीं
पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि गठबंधन अस्वाभाविक है और राजनीतिक रूप से व्यवहार्य नहीं है, क्योंकि राज्य में कांग्रेस, वामपंथी और टीएमसी एक-दूसरे खिलाफ आमने-सामने हैं। हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में कांग्रेस और वामदलों ने ममता बनर्जी की पार्टी के खिलाफ लड़ा। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को टीएमसी कार्यकर्ताओं ने बुरी तरह पीटा। उन्होंने कहा कि तीनों दलों के शीर्ष नेता आपस में मिलते हैं और उनके बीच सौहार्दपूर्ण संबंध हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इसके एकदम विपरीत है।
विपक्ष ने कहा-गठबंधन में संकट
विपक्षी दल गठबंधन में किसी भी तरह की दरार की संभावनाओं को खारिज करने की कोशिश करते हुए ममता बनर्जी के बयान को किसी खास परिस्थिति या रणनीति के तहत दिया बताने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, वह भरोसा भी जता रहे हैं कि अगर किसी तरह का संकट भी होगा, कांग्रेस और टीएमसी के बीच कोई मुद्दा भी होगा तो उसे सुलझा लिया जाएगा। इंडिया गठबंधन के प्रमुख घटक दलों में से एक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने कहा, कृपया कुछ समय प्रतीक्षा करें, हो सकता है कि बयान किसी विशेष परिस्थिति में दिया गया हो, अगर कोई टकराव है तो गठबंधन इसे सुलझा लेगा। वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर कोई मतभेद भी होगा तो कांग्रेस और टीएमसी के साथ ही गठबंधन के दल मिलकर उसे सुलझा लेंगे।
शेरनी की तरह लड़ रहीं ममता
शिवसेना उद्धव गुट, 28 दलों के विपक्षी गठबंधन इंडिया की घटक शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने मुंबई में कहा कि ममता बनर्जी शेरनी की तरह लड़ रही हैं और उनकी लड़ाई उनके राज्य के लिए महत्वपूर्ण है।
रणनीति का हो सकता है हिस्सा
एनसीपी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) ने कहा कि ममता की घोषणा एक रणनीति का हिस्सा हो सकती है और इस बात पर जोर दिया कि विपक्षी गठबंधन भाजपा के खिलाफ एकजुट है। राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा, ममता बनर्जी और उनकी पार्टी इंडिया गठबंधन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। वे हमारे साथ हैं और भाजपा के खिलाफ मजबूती से लड़ेंगे। अगर ममता बनर्जी ने कोई बयान दिया है तो यह एक रणनीति का हिस्सा हो सकता है। इंडिया गठबंधन में कोई समस्या नहीं है।