अरब सागर में ईरान के मछली पकड़ने वाले जहाज अल-कंबार पर हथियारबंद लोगों के हमले को विफल करते हुए भारतीय नौसेना ने उसमें मौजूद 23 पाकिस्तानियों को बचा लिया है। ये पाकिस्तानी जहाज के संचालन और अन्य कार्यों के लिए तैनात थे। शुक्रवार को यमन के नजदीक सोकोत्रा से गुजर रहे ईरानी जहाज का नौ हथियारबंद समुद्री डाकुओं ने अपहरण कर लिया था।
इस घटना की सूचना मिलते ही भारतीय नौसेना सक्रिय हो गई और उसने अपने दो युद्धपोत- आएनएस सुमेधा और गाइडेड मिसाइलों से लैस आइएनएस त्रिशूल को अपहृत जहाज की तलाश करने और उसे मुक्त कराने के लिए रवाना कर दिया। दोनों युद्धपोत यमन के हूती विद्रोहियों के मालवाहक जहाजों पर हमलों के मद्देनजर क्षेत्र में ही तैनात थे। कुछ ही घंटों में अपहृत जहाज के नजदीक पहुंचकर नौसेना ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी।
अपहृत जहाज का रास्ता रोककर अपहरणकर्ताओं को चेतावनी दी गई और उसके बाद उस पर मार्कोस कमांडो उतार दिए गए। मामूली प्रतिरोध के बाद सभी नौ अपहर्ता दस्युओं ने कमांडो के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। उन्हें हिरासत में ले लिया गया है और अब उनसे पूछताछ कर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
सफल कार्रवाई के बाद भारतीय नौसेना ने कहा है कि वह समुद्र में स्वतंत्र और सुरक्षित आवागमन के लिए वातावरण बनाने के लिए संकल्पित है और इसी संकल्प के तहत वह मालवाहक और अन्य कारोबारी जहाजों की सुरक्षा में योगदान दे रही है। विदित हो कि बीते महीनों में भारतीय नौसेना ने अरब सागर और लाल सागर में कई देशों के जहाजों की सुरक्षा के लिए कार्रवाई की हैं और उन्हें सफलतापूर्वक बचाया भी है।