Sukma: 11 naxalites including 05 female naxalites surrendered before the force
Sukma: 11 naxalites including 05 female naxalites surrendered before the force

सुकमा: 05 महिला नक्सली सहित कुल 11 नक्सलियों ने फोर्स के समक्ष आत्मसमर्पण

सुकमा: विश्व आदिवासी दिवस’’ के अवसर पर जिले में सक्रिय 05 महिला नक्सली सहित कुल 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण द्वारा किया है। छत्तीसगढ़ शासन की ”छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘ नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित होने के बाद पुलिस के बढ़ते प्रभाव से आत्मसमर्पण किया जा रहा है। नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआरजी सुकमा, रेंज फिल्ड टीम डीआईजी ऑफिस कोंटा (आरएफटी) एवं 02, 50, 219, 228 वाहिनी सीआरपीएफ के सूचना शाखा का विशेष प्रयास था।

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वहीं आत्मसमर्पित नक्सली अरलमपल्ली आरपीसी डीएकेएएमएस उपाध्यक्ष मड़कम देवे पिता स्व. हिड़मा 34 वर्ष निवासी अरलमपल्ली, कोराजगुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य माड़वी सन्ना पिता देवा 28 वर्ष निवासी मैलासूर थाना भेजी, कोराजगुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य वेट्टी भीमा पिता देवा 23 वर्ष निवासी मैलासूर थाना भेजी सुकमा, कोराजगुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य वेक्को आयता पिता हुंगा उर्फ वारे 23 वर्ष निवासी मैलासूर थाना भेजी जिला सुकमा, 01 लाख रुपये इनामी गोलापल्ली एलओएस सदस्य सोड़ी भीमे पिता सोडी सोमा 18 वर्ष निवासी मेटागुड़ा थाना किस्टाराम, रासातोंग पंचायत डीएकेएमएस सदस्य पोड़ियाम हुंगा पिता स्व. एर्रा 32 वर्ष निवासी रासातोंग थाना गोलापल्ली, रासातोंग पंचायत केएएमएस सदस्या महिला मड़कम सुक्की पिता भीमा 32 वर्ष निवासी रासातोंग थाना गोलापल्ली, रासातोंग पंचायत केएएमएस सदस्या महिला ओयाम जोगी पति ओयाम हुंगा 35 वर्ष निवासी रासातोंग थाना गोलापल्ली, अरलमपल्ली पंचायत स्कूल कमेटी अध्यक्ष दूधी हांदा पिता हड़मा 28 वर्ष निवासी अरलमपल्ली पटेलपारा थाना पोलमपल्ली जिला सुकमा एवं पालाचलमा पंचायत मिलिशिया सदस्य महिला पदाम कोसी पिता पदाम केशा 27 वर्ष, निवासी पालाचलम मेट्टागुडा थाना किस्टाराम जिला सुकमा व दुलेड़ आरपीसी मिलिशिया सदस्य मड़कामी बुधु उर्फ बुधु यादव पिता जुन्नू 39 वर्ष निवासी दुलेड़ थाना चिंतागुफा जिला सुकमा।एएसपी नक्सल ऑप्स मनीष रात्रे एवं सीआरपीएफ 02 वाहिनी निरीक्षक सुरेशपाल सिंह के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। उक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधाएं प्रदान किए जाएंगे।